RBI का बड़ा फैसला: 10 साल के बच्चे अब खुद चला सकेंगे अपना बैंक खाता

RBI का बड़ा फैसला: 10 साल के बच्चे अब खुद चला सकेंगे अपना बैंक खाता

(अप्रैल 2025 की ताज़ा अपडेट)


आरबीआई का नया नियम: मुख्य बिंदु

  1. क्या है नया नियम?
    • 10 साल से अधिक उम्र के बच्चे अब अपने बचत खाते (Savings Account) को स्वयं मैनेज कर सकेंगे।
    • पहले 18 साल से कम उम्र के बच्चों के खाते पैरेंट्स/गार्जियन के नाम पर होते थे।
  1. क्यों लिया गया यह फैसला?
    • फाइनेंशियल लिटरेसी बढ़ाने के लिए।
    • बच्चों को पैसे की जिम्मेदारी सिखाना।
    • डिजिटल बैंकिंग को प्रोत्साहन।
  2. किन बैंकों पर लागू होगा?
    • सभी सार्वजनिक और प्राइवेट बैंक (SBI, HDFC, ICICI, PNB आदि)।
    • छोटे वित्त बैंक (SFBs) और पेमेंट बैंक भी शामिल।

बच्चों के बैंक खाते खोलने की प्रक्रिया

1. डॉक्युमेंट्स की जरूरत

  • बच्चे का आधार कार्ड (बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन होगा)
  • जन्म तिथि का प्रमाण (Birth Certificate/School ID)
  • पैरेंट्स/गार्जियन का आधार और PAN

2. कैसे खुलेगा खाता?

  • ऑनलाइन: बैंक की वेबसाइट/मोबाइल ऐप पर “Minor Account” सेक्शन में अप्लाई करें।
  • ऑफलाइन: ब्रांच में जाकर फॉर्म भरें + बच्चे और पैरेंट्स के सिग्नेचर जरूरी।

3. खाते की लिमिट

  • अधिकतम बैलेंस: ₹50,000 (हर बैंक की अलग पॉलिसी)
  • डेबिट कार्ड: 10-15 साल के बच्चों को लो-लिमिट कार्ड मिलेगा (₹5,000/day का ट्रांजैक्शन लिमिट)।

इस फैसले के 5 बड़े फायदे

  1. बचत की आदत: बच्चे पॉकेट मनी से सेविंग करना सीखेंगे।
  2. डिजिटल सशक्तिकरण: UPI, मोबाइल बैंकिंग का सुरक्षित इस्तेमाल।
  3. एजुकेशनल लोन: बड़े होने पर खुद के क्रेडिट स्कोर से फायदा।
  4. निवेश की शुरुआत: रेकरिंग डिपॉजिट (RD) या म्यूचुअल फंड SIP में इन्वेस्ट कर सकेंगे।
  5. इमरजेंसी फंड: स्कूल/कॉलेज की जरूरतों के लिए पैसे तक पहुंच।

सावधानियाँ और जोखिम

⚠ पैरेंट्स की जिम्मेदारी:

  • बच्चे के ट्रांजैक्शन पर नजर रखें।
  • फ्रॉड से बचने के लिए बायोमेट्रिक OTP सक्षम करें।

⚠ बैंक चुनते समय ध्यान रखें:

  • जीरो बैलेंस अकाउंट (SBI, PNB) से शुरुआत करें।
  • अतिरिक्त चार्जेस (SMS अलर्ट, ATM फीस) चेक करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. क्या 10 साल का बच्चा डेबिट कार्ड इस्तेमाल कर सकता है?

हाँ, लेकिन लिमिटेड ट्रांजैक्शन (₹5,000/day) के साथ।

2. क्या बच्चा खाते में FD कर सकता है?

हाँ, लेकिन पैरेंट्स/गार्जियन की सहमति जरूरी।

3. क्या यह नियम NRI बच्चों पर लागू होगा?

हाँ, लेकिन NRO अकाउंट में अलग नियम हो सकते हैं।

4. बच्चे का खाता 18 साल की उम्र में क्या होगा?

ऑटोमेटिक रेगुलर सेविंग अकाउंट में कन्वर्ट हो जाएगा।


निष्कर्ष: बच्चों के लिए वित्तीय स्वतंत्रता की शुरुआत

आरबीआई का यह कदम युवा भारत को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगा। अगर आपका बच्चा 10 साल से बड़ा है, तो आज ही किसी नजदीकी बैंक में माइनर सेल्फ-ऑपरेटेड अकाउंट खोलें!

आगे पढ़ें:

बच्चों के लिए बेस्ट बैंक अकाउंट्स 2025

1. SBI पॉकेट मनी अकाउंट

  • फीचर्स:
    • जीरो बैलेंस (10-18 साल के बच्चों के लिए)
    • डेबिट कार्ड (₹5,000/दिन की लिमिट)
    • मोबाइल बैंकिंग और UPI एक्सेस
  • कैसे खोलें?
    SBI की वेबसाइट या ब्रांच में जन्म प्रमाणपत्र + आधार जमा करें।

2. HDFC किड्स अकाउंट

  • फीचर्स:
    • 4% ब्याज दर
    • पैरेंट्स को अलर्ट (हर ट्रांजैक्शन पर SMS)
    • ग्रोथ मोड (18 साल पर ऑटो अपग्रेड)
  • कैसे खोलें?
    HDFC बैंक ऐप पर “Minor Account” ऑप्शन से।

3. ICICI यंग स्टार अकाउंट

  • फीचर्स:
    • कस्टमाइज्ड डेबिट कार्ड (कार्टून डिज़ाइन)
    • पॉकेट मनी ट्रैकर ऐप
    • FD और RD की सुविधा
  • कैसे खोलें?
    ICICI बैंक में ₹500 की इनिशियल डिपॉजिट के साथ।

4. PNB लिटिल स्टार अकाउंट

  • फीचर्स:
    • नो मिनिमम बैलेंस
    • शैक्षणिक लाभ (बच्चों के लिए विशेष ऑफर्स)
    • बचत पर 3.5% ब्याज
  • कैसे खोलें?
    PNB ब्रांच में बच्चे का आधार + पैरेंट्स का PAN जमा करें।

कैसे सिखाएं बच्चों को पैसे मैनेज करना?

1. पॉकेट मनी से शुरुआत करें

  • हफ्ते/महीने की एक फिक्स्ड रकम दें (जैसे ₹200/सप्ताह)।
  • 3 जार बनाएँ:
    • बचत (50%)
    • खर्च (30%)
    • दान (20%)

2. गोल सेट करना सिखाएँ

  • उदाहरण: ₹500 जमा करके कोई छोटी चीज़ (जैसे किताब) खरीदने का लक्ष्य।
  • चार्ट बनाएँ: बचत की प्रोग्रेस दिखाने के लिए।

3. बैंकिंग की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दें

  • UPI/डेबिट कार्ड का सुरक्षित इस्तेमाल सिखाएँ।
  • ATM से पैसे निकालना और बैलेंस चेक करना सिखाएँ।

4. इन्वेस्टमेंट की बेसिक्स समझाएँ

  • रिकरिंग डिपॉजिट (RD) में ₹100/माह जमा करके ब्याज का कॉन्सेप्ट समझाएँ।
  • गूगल पे/पेटीएम पर डिजिटल गोल्ड खरीदने का तरीका बताएँ।

5. रियल-लाइफ एक्सपीरियंस दें

  • मार्केट ट्रिप: सामान की कीमतें कंपेयर करना सिखाएँ।
  • ऑनलाइन शॉपिंग: डिस्काउंट और बजटिंग समझाएँ।

अतिरिक्त टिप्स

✅ गेम्स का इस्तेमाल: “मोनोपोली” या “द स्टॉक मार्केट गेम” से सीखें।
✅ रोल मॉडल बनें: बच्चे पैरेंट्स की फाइनेंस हैबिट्स कॉपी करते हैं।
✅ सवाल पूछने दें: “क्रेडिट कार्ड कैसे काम करता है?” जैसे सवालों का पेशेंटली जवाब दें।

इन तरीकों से आप अपने बच्चे को फाइनेंशियली स्मार्ट बना सकते हैं! 🌟

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